Nobel Prize 2022 Awards for literature, Chemistry, physics, Peace prize, Physiology or medicine 2022 with tricks full details helpful in various Exam Ssc raliway state Exam like hssc, uppsc, rsmssb etc
Nobel prize 2022 winners | |
LITERATURE | |
PHYSIOLOGY OR MEDICINE | Svante Pääbo |
PHYSICS | Alain Aspect, John Clauser and Anton Zeilinger |
CHEMISTRY | Barry Sharpless and Morten Meldal share with Carolyn Bertozzi |
PEACE | Ales Bialiatski , the Russian human rights organisation Memorial and the Ukrainian human rights organisation Center for Civil Liberties. |
THE SVERIGES RIKSBANK PRIZE IN ECONOMIC SCIENCES IN MEMORY OF ALFRED NOBEL | Declare on 10 Oct |
yaad karne के लिए Trick :- svanate को दवाई एनी ने लिखी
Peace : रूस और यूक्रेन के ह्यूमन राइट मेमोरियल और सेंटर फॉर सिविल लिबर्टी ने शांति के लिए Ales Bialiatski ,को बुलाया
Chemistry :- Car के molten metal को sharp कर के chemistry लैब लाया गया
Physics :- alian ने john को antenna की physics दिखाई
Nobel Prize Winner 2021
Abdulrazak Gurnah | Literature |
Dmitry Muratov | Peace Prize |
Maria Ressa | Peace Prize |
Klaus Hasselmann | Physics |
Giorgio Parisi | Physics |
Syukuro Manabe | Physics |
Ardem Patapoutian | Physiology or Medicine |
David Julius | Physiology or Medicine |
Benjamin List | Chemistry |
David MacMillan | Chemistry |
Guido Imbens | Economic Sciences |
David Card | Economic Sciences |
Joshua Angrist | Economic Sciences |
Ales Bialiatski as Individual and the human rights advocate Ales Bialiatski from Belarus, the Russian human rights organisation Memorial and the Ukrainian human rights organisation Center for Civil Liberties as Organization
Nobel Peace Prize or Nobel Peace Award 2022 :
नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने 2022 के लिए एक व्यक्ति और दो संगठनों को नोबेल शांति पुरस्कार देने का फैसला किया है। उनमे 2 संस्था ह्यूमन राइट ऑफ़ रूस मेमोरियल और ह्यूमन राइट ऑफ़ यूक्रेन सेंटर फॉर सिविल लिब्रिटिस को इस पुरस्कार से नवाजा गया और एलेस बियालियात्स्की को दिया गया ।
कौन है एलेस बियालियात्स्की ?
एलेस बियालियात्स्की 1980 के दशक के मध्य में बेलारूस में उभरे लोकतंत्र आंदोलन के आरंभकर्ताओं में से एक थे। उन्होंने अपना जीवन अपने देश में लोकतंत्र और शांतिपूर्ण विकास को बढ़ावा देने के लिए समर्पित कर दिया है। अन्य बातों के अलावा, उन्होंने विवादास्पद संवैधानिक संशोधनों के जवाब में 1996 में वायसना (स्प्रिंग) संगठन की स्थापना की, जिसने राष्ट्रपति को तानाशाही शक्तियां दीं और इससे व्यापक प्रदर्शन शुरू हो गए। वियासना ने जेल में बंद प्रदर्शनकारियों और उनके परिवारों को सहायता प्रदान की। इसके बाद के वर्षों में, Viasna एक व्यापक-आधारित मानवाधिकार संगठन के रूप में विकसित हुआ, जिसने अधिकारियों द्वारा राजनीतिक कैदियों के खिलाफ यातना के उपयोग का दस्तावेजीकरण और विरोध किया।
सरकारी अधिकारियों ने बार-बार एलेस बियालियात्स्की को चुप कराने की मांग की है। उन्हें 2011 से 2014 तक जेल में रखा गया था। 2020 में शासन के खिलाफ बड़े पैमाने पर प्रदर्शनों के बाद, उन्हें फिर से गिरफ्तार कर लिया गया था। वह अभी भी बिना मुकदमे के हिरासत में है। जबरदस्त व्यक्तिगत कठिनाई के बावजूद, श्री बियालियात्स्की बेलारूस में मानवाधिकारों और लोकतंत्र के लिए अपनी लड़ाई में एक इंच भी पीछे नहीं हटे हैं।
मानवाधिकार संगठन – Human Right Organization
- Memorial
- centre for Civil liberty
1 . Memorial : रूस मानवाधिकार संघटन जिसे नोबल शांति अवार्ड (NobelPeace prize) दिया गया है मेमोरियल ह्यूमन राइट संघटन की स्थापना 1987 में सोवियत संघ के पूर्व एक्टिविस्ट ने की Nobel Peace Prize laureate Andrei Sakharov and human rights advocate Svetlana Gannushkina के द्वारा रूस के मानवाधिकार संघटन मेमोरियल की स्थापना हुई
सोवियत संघ के टूटने के बाद रूस ह्यूमन राइट एक बड़ी संस्था के रूप में दिखी
रूस में नागरिक समाज के अभिनेताओं को कई वर्षों से धमकियों, कारावास, गायब होने और हत्या के अधीन किया गया है। मेमोरियल के सरकार के उत्पीड़न के हिस्से के रूप में, संगठन को “विदेशी एजेंट” के रूप में जल्दी ही मुहर लगा दी गई थी। दिसंबर 2021 में, अधिकारियों ने फैसला किया कि मेमोरियल को जबरन नष्ट किया जाना था और प्रलेखन केंद्र को स्थायी रूप से बंद करना था। बाद के महीनों में बंद प्रभावी हो गए, लेकिन मेमोरियल के पीछे के लोगों ने बंद करने से इनकार कर दिया। जबरन विघटन पर एक टिप्पणी में, अध्यक्ष यान राचिंस्की ने कहा, “कोई भी हार मानने की योजना नहीं बना रहा है।”
2 . सेंटर फॉर सिविल लिबर्टी – यूक्रेन का मानवाधिकार संघटन जिसकी स्थापना 2007 में कीव ( यूक्रेन की राजधानी ) में हुई जिसका मकसद यूक्रेन में मानवाधिकारों और लोकतंत्र को आगे बढ़ाने का था .
फरवरी 2022 में यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद, सेंटर फॉर सिविल लिबर्टीज ने यूक्रेनी नागरिक आबादी के खिलाफ रूसी युद्ध अपराधों की पहचान करने और उनका दस्तावेजीकरण करने के प्रयासों में लगे हुए हैं। अंतरराष्ट्रीय भागीदारों के सहयोग से, केंद्र दोषी पक्षों को उनके अपराधों के लिए जवाबदेह ठहराने की दृष्टि से एक अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
Nobel Literature Prize or Nobel Literature Award 2022 :
लिटरेचर के लिए नोबेल पुरुस्कार 2022 में एनी एर्नॉक्स को दिया गया जो एक मशहूर फ्रेंच लेखक है उन्हें ये अवार्ड उनके “for the courage and clinical acuity with which she uncovers the roots, estrangements and collective restraints of personal memory” इस मोटिवेशन के लिए दिया गया
एनी एर्नॉक्स का जन्म फ्रांस के लेलिबोने में 1 सितम्बर 1940 को हुआ था
Nobel Chemistry Prize or Nobel Chemistry Award 2022 :
Nobel Physics Prize or Nobel Physics Award 2022 :
Nobel Medicine/physiology Prize or Nobel Medicine/physiology Award 2022 :
FAQ:
who won Nobel Peace Prize or Nobel Peace Award 2022 ?
Ans : Ales Bialiatski , the Russian human rights organisation Memorial and the Ukrainian human rights organisation Center for Civil Liberties.
who won Nobel Literature Prize or Nobel Literature Award 2022 ?
Ans : Annie Ernaux
who won Nobel Chemistry Prize or Nobel Chemistry Award 2022 ?
Ans : Barry Sharpless and Morten Meldal share with Carolyn Bertozzi
who won Nobel Physics Prize or Nobel Physics Award 2022 ?
Ans: Alain Aspect, John Clauser and Anton Zeilinger
who won Nobel Medicine/physiology Prize or Nobel Medicine/physiology Award 2022 ?
Ans : Svante Pääbo